कथा की सामग्री विसर्जन के दौरान अरिंद्र नदी में डूबे दो चचेरे भाई !

जीटी-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क टीम औरैया कानपुर मंडलब्यूरो रिपोर्ट राम प्रकाश शर्मा। 13 अक्टूबर 2024*
*#सहार,औरैया।* सहार थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक दुखद घटना सामने आई है, जिसमें दो चचेरे भाई नदी में डूब गयें। यह घटना तब घटी जब वे कथा की सामग्री का विसर्जन करने के लिए अरिंद्र नदी इंद्रपामऊ पुल के नीचे मोटरसाइकिल से गये थे। जिसमें ऋषभ मिश्रा पुत्र ललित मिश्रा 23 वर्ष, दीपेश मिश्रा पुत्र प्रभात मिश्रा 13 वर्ष के है। दोनों चचेरे भाई है। बहादुरपुर गांव के निवासी कथा विवेक मिश्रा जो ऋषभ मिश्रा के ताऊ है उनके घर पर कथा का आयोजन हुआ था कथा समाप्त होने के बाद सामग्री का विसर्जन करने के लिए ऋषभ और दीपेश एक साथ अरिंद्र नदी के तट पर गये थे। अरिंद्र नदी गांव के पास स्थित है नदी का बहाव तेज़ चल रहा है। विसर्जन करते समय दीपेश मिश्रा का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया। ऋषभ मिश्रा ने अपने चचेरे भाई को बचाने की कोशिश की, लेकिन वह भी संतुलन खो बैठा और पानी में डूब गया। दोनों भाई तेज़ धारा में बह गयें, जिससे वे खुद को संभाल नहीं पाए और डूब गये।

. घटना के बाद, वहां से निकलने वाले लोगों ने देखा कि कोई नदी में डूब रहा है जिसकी सूचना गांव व मोटरसाइकिल से पहचान कर घर पर दी गई। परिजनों व गांव में अफरातफरी मच गई। ग्रामीणों ने तुरंत मदद के लिए आवाज़ें लगाईं और कुछ लोग पानी में कूदे, लेकिन नदी का बहाव इतना तेज़ था कि वे ऋषभ और दीपेश को नहीं बचा सके। गांव के लोगों ने तुरंत सहार थाना पुलिस को सूचना दी। मौके पर एस डी एम निखिल राजपूत और सी ओ भरत पासवान नायब तहसीलदार रुचि मिश्रा सहित स्थानीय प्रशासन की टीम पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। घटना के बाद से ही नदी में तलाशी अभियान चल रहा है। प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय लोग भी खोजबीन में लगे हुए हैं। गांव के कई युवा और बुजुर्ग लोग भी इस काम में मदद कर रहे हैं। अरिंद्र नदी में तेज़ धारा और गहरे पानी के कारण तलाशी अभियान में काफी कठिनाई हो रही है। एन डी आर एफ की टीम बुलाई गई है ताकि पानी के भीतर भी तलाशी की जा सके। घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तुरंत एक्शन लिया है। एस डी एम निखिल राजपूत ने स्थिति का जायजा लिया और ग्रामीणों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि दोनों युवाओं को जल्द से जल्द खोज निकाला जाए। इसके अलावा, उन्होंने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी और कहा कि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत पुलिस को सूचना दें। सीओ भरत पासवान ने भी मौके पर पहुंचकर तलाशी अभियान का नेतृत्व किया। उन्होंने बताया कि नदी में तलाशी का काम तेजी से किया जा रहा है, लेकिन जलस्तर और बहाव के कारण इसमें देरी हो रही है। उन्होंने ग्रामीणों से संयम बनाए रखने की अपील की और आश्वासन दिया कि प्रशासन हरसंभव प्रयास कर रहा है।
गांव में शोक का माहौल इस घटना के बाद पूरे गांव में शोक का माहौल है। ऋषभ और दीपेश के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। गांव के बुजुर्गों ने भी इस घटना को लेकर चिंता जताई है और कहा है कि नदी में सावधानी बरतनी बेहद ज़रूरी है।इस दुखद घटना के बाद, प्रशासन ने नदी के आसपास सुरक्षा के कुछ उपाय करने की योजना बनाई है। पहले से ही चेतावनी बोर्ड लगाने की बात कही जा रही है ताकि लोग नदी के खतरनाक इलाकों में न जाएं। इसके अलावा, गांव के प्रमुख लोगों से भी अपील की गई है कि वे लोगों को जागरूक करें और ऐसे स्थानों पर जाने से बचें जहां खतरा हो सकता है।ऋषभ और दीपेश की इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया है। कथा की सामग्री का विसर्जन एक धार्मिक कार्य था, लेकिन सावधानी की कमी और तेज़ बहाव ने इसे एक त्रासदी में बदल दिया। प्रशासन की ओर से पूरी कोशिश की जा रही है कि जल्द से जल्द दोनों युवाओं को खोजा जा सके। वहीं, ग्रामीणों की भी उम्मीदें अब प्रशासन और एस डी आर एफ की टीम एस आई अंकित विश्वकर्मा सहित 12 लोग पहुंचे जिन्होंने दो घंटे नदी में खोजबीन जारी रखी लेकिन पता नहीं चल सका रात होने के कारण सुबह खोजबीन की जाएगी। ऋषभ के पिता ऑटो चलाते हैं जो दो भाई है जिसमें यह बड़ा है वहीं दीपेश के पिता दिबियापुर में पेट्रोल पंप पर काम करते हैं दीपेश घर का अकेला है देर रात मौके पर पहुंचे डी एम डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी व पुलिस अधीक्षक अभिजीत आर शंकर ने घटना का जायजा लिया।