कवि सम्मेलन में कवियों ने बहाई काव्य रस धारा

*जीटी -7, सुशील कुमार विश्वकर्मा संवाददाता दिबियापुर ब्यूरो रिपोर्ट। 09 अक्टूबर 2024*
*#दिबियापुर,औरैया।* मंगलवार की शाम नव दुर्गा पूजा महोत्सव समिति राजकीय कन्या विद्यालय के पास दुर्गा नगर में विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पुलिस अधीक्षक औरैया अभिजीत आर शंकर उपस्थित रहे |कवि सम्मेलन में जाने माने कवि चंदन राय ने माता के सामने अपने बेहतरीन गीतों से शमा बांध दिया ऐसा लगा जैसे शबरी के घर राम आयें हैं। चंदन राय की सादगी ने दिबियापुर वालों को दीवाना बना दिया उन्होंने अपने गीत “मोहब्बत में है कितने गम यह हम बतला नहीं सकते यह होती भी उसी से है जिसे हम पा नहीं सकते” से भारी संख्या में पंडाल में उपस्थित श्रोताओं को तालियां बजाकर झूमने पर मजबूर कर दिया। .कार्यक्रम की शुरुआत एसपी औरैया ने फीता काटकर की एसपी को भाजपा नेता कमलेश अवस्थी, धर्मेंद्र गुप्ता, अशोक अवस्थी ने एस पी को माता की चुनरी पहनाकर और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया| कवियित्री गीता चतुर्वेदी ने कवि सम्मेलन की शुरुआत माता की वन्दना से की कार्यकम में संयोजक कवि उमेश द्विवेदी ने “हो विराजित माता नौ दिवस केवल यहां नौ दिवस के बाद भी समृद्ध रखना ये जहां”सुनाकर श्रोताओं को भक्तिमय कर दिया। कवयित्री रश्मि मनोज ने “आभूषण हो तीन कुलों का घर आंगन का हो गहना विनती बस इतनी है, बस तुमसे बिटिया मर्यादा में रहना” से बेटियों को शिक्षा दी नवीन शुक्ल फतेहपुर ने ग्रंथ लघु खंड हो गया होता वर कठिन दंड हो गया होता मीरा पीती ना यूं हलाहल तो प्रेम पाखंड हो गया होता” सुनाई वरिष्ठ कवि अशोक यादव ने रात कितनों की काली हुई तब तुम्हारी दिवाली हुई तुम गुलिस्तां बनाने लगे, बस्ती फिर एक खाली हुई से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। उमाकांत मिश्रा ने किसी के वास्ते मैं अगर मेहताब हो जाऊं करे वह बंद आंखें तो मैं उसका ख्वाब हो जाऊं, सुनाकर जबरदस्त तालियां बटोरीं। कवियित्री गीता चतुर्वेदी ने मन सुपरिचित हो न पाया देह से परिचय हुआ है, जिंदगी के मंच पर यूं प्यार का अभिनन्दन हुआ है। सुनाकर जबरदस्त तालियां बटोरीं। कवि प्रवीण ‘प्रसून’ ने मां तेरे चरणों में भेंट को चढ़ाने हेतु हम कवि कविता कलश लेके आ गये से तालियां बटोरीं। कार्यक्रम में भाजपा नेता कमलेश अवस्थी, एडवोकेट अशोक अवस्थी, धमेंद्र गुप्ता, ब्रजेन्द्र शुक्ला, दिनेश तिवारी, ब्रह्म स्वरूप पाण्डेय,राम गोविंद शुक्ला, नीलम यादव, शीला शुक्ला, अनीता द्विवेदी, नागेंद्र शुक्ला,लाल जी दुबे, नितिन, हिमांशु गुप्ता आदि लोग मौजूद रहें।