मुसीबत भरा सफर,प्लास्टिक सिटी से आता नजर।

ग्लोबल टाईम्स 7 डिजिटल न्यूज नेटवर्क टीम औरैया, समाचार संपादक डा .धर्मेन्द्र गुप्ता की कलम।
संपादकीय
कोई भी सफर हो आदमी इसे सुविधा और आरामदायक तरीके से बिना जान जोखिम में डालकर पूरा करना चाहता है।लेकिन कंचौसी रेलवे स्टेशन से प्लास्टिक सिटी से होकर कंचौसी मोड अर्थार्त औरैया दिवियापुर मार्ग से जुड़ने वाला यह लिंक रोड इतना मुसीबतों भरा हुआ है कि इस मार्ग से गुजरने वाले प्रत्येक यात्री की जान हमेशा जोखिम भरी रहती है। वाहन पलट जाते है,दुर्घटना ग्रस्त हो जाते है,यात्री चोटिल और बुरी तहत घायल हो जाते है लेकिन शासन प्रशासन को इन बातों और घटनाओं से कोई लेना देना नही है।सरकार के निर्देशानुसार लगातार सड़कों की मरम्मत और कायाकल्प का कार्य लगातार किया जा रहा है लेकिन इस जानलेवा मार्ग की ओर कोई नजर उठाकर क्यों नहीं देखता,यह एक बड़ा सवाल है जिसे हर कोई पूछना चाहता है। कई समाचार पत्रों और सोशल मीडिया के माध्यम से इस मार्ग की दुख भरी दास्तां को उजागर भी किया गया लेकिन कौन सुनने बाला,अपनी अपनी डफली अपना अपना राग,बड़े बड़े अधिकारियों और नेताओं की तो बस यही कहानी है।जरा इस मुश्किल भरे मार्ग पर नजर उठाकर तो देखें गढ्ढों की कतार नजर आएगी। प्लास्टिक सिटी के नाम पर यह मार्ग यात्रियों के लिए कलंक है जो आए दिन राहगीरों,दुपहिया वाहनों पर चलने वाले लोगो को चोटिल और बुरी तरह घायल करके अस्पताल के बिस्तरों तक पहुंचा देता है। यदि इस मार्ग की ऐसी ही दुर्दशा रही तो आने वाले लोकसभा चुनाव पर इसका गहरा प्रभाव पड़ेगा।क्योंकि प्रतिदिन इस मार्ग से गुजरने वाले हजारों लोग अपनी जान जोखिम में डालकर यात्रा करके घर जाकर जरूर कोसते होगे। अब प्रश्न यही उठता है कि यह शासन प्रशासन की लापरवाही है या जनता की आवाज को अनदेखा कर समस्या को वहीं दबा देना। निराश और दुखी मन से अब जनता भी यही कहने लगी ,जो हुइए राम रची राखा।